Mahabharata-Map : प्राचीन भारतीय इतिहास जितना समृद्ध, व्यापक और रोचक है, शायद ही किसी अन्य देश का इतिहास इसके करीब भी हो। महाभारत के रचयिता महर्षि वेदव्यास के अनुसार महाराज दुष्यन्त के पुत्र एवं महान सम्राट भरत के नाम पर इस देश का नाम “भारत” पड़ा था। पौराणिक ग्रन्थ “एतरेय ब्राह्मण” के मुताबिक, भरत एक चक्रवर्ती राजा थे, जिन्होंने चारों दिशाओं में दूर-दूर तक की भूमि को जीतकर एक विशाल साम्राज्य स्थापित किया था। सम्राट भरत द्वारा शासित इस भूखंड को ही भारत या भारतवर्ष के नाम से जाना जाता है. इस प्रकार, उन्होंने ही पहली बार भारतवर्ष को एक सूत्र में बांधा था।
इसकी पुष्टि अमेरिका की लाइब्रेरी ऑफ कांग्रेस भी कर रही है। इस लाइब्रेरी ने अधीकृत रूप से महाभारतकालीन भारतवर्ष का मानचित्र जारी किया है। इस मानचित्र के मुताबिक एक समय एकीकृत भारत कांधार से लेकर कंबोज तक हुआ करता था। महाभारत काल में भारत का फैलाव अत्यधिक विस्तृत था, इसी वजह से इस देश को ‘वृहत्तर भारत‘ भी कहा जाता है।
इस मानचित्र को 20वींस सदी के पूर्वार्ध में पूना (अब पुणे) मे बनाया गया था। इसमें उन सभी शहरों और राज्यों की राजधानियों का जिक्र संस्कृत में किया गया है, जो महाभारतकाल में मौजूद थे। मानचित्र में आप देख सकते हैं कि इसके पश्चिमोत्तर में गंधार (अफगानिस्तान) का उल्लेख है, वहीं, भारत की हृदयस्थली पर मथुरा से दक्षिण में पांचाल उल्लिखित है। अब के कर्णाटक को उस वक्त किष्किन्धा के नाम से जाना जाता था। वर्तमान में उड़ीसा उस समय के उत्कल-कलिंग वाले क्षेत्र को कहा जाता है. इस मानचित्र को बेहद सटीक माना जाता है, इस कारण ही इसे अमेरिकी इतिहास विभाग ने भी जगह दी है। हालांकि इस बात कहीं जिक्र नहीं मिलता है कि भारतवर्ष के इस महाभारत कालीन मानचित्र को किस व्यक्ति या संस्था ने बनाया था।
भारत के सोलह महाजनपदों का उल्लेख ईसा पूर्व छठी शताब्दी से भी पहले का मिलता है।
भारतवर्ष के 16 महाजनपद के नाम, भौगोलिक स्थिति एवं उनकी राजधानियाँ –
- कुरु– मेरठ और थानेश्वर; राजधानी इन्द्रप्रस्थ।
- पांचाल– बरेली, बदायूं और फर्रूखाबाद; राजधानी अहिच्छत्र तथा काम्पिल्य।
- शूरसेन– मथुरा के आसपास का क्षेत्र; राजधानी मथुरा।
- वत्स – इलाहाबाद और उसके आसपास; राजधानी कौशांबी।
- कोशल – अवध; राजधानी साकेत और श्रावस्ती।
- मल्ल – ज़िला देवरिया; राजधानी कुशीनगर और पावा (आधुनिक पडरौना)
- काशी– वाराणसी; राजधानी वाराणसी।
- अंग – भागलपुर; राजधानी चंपा।
- मगध – दक्षिण बिहार, राजधानी गिरिव्रज (आधुनिक राजगृह)।
- वज्जि – ज़िला दरभंगा और मुजफ्फरपुर; राजधानी मिथिला, जनकपुरी और वैशाली।
- चेदि – बुंदेलखंड; राजधानी शुक्तिमती (वर्तमान बांदा के पास)।
- मत्स्य – अलवर; राजधानी विराट नगर।
- अश्मक – गोदावरी घाटी; राजधानी पांडन्य।
- अवंति – मालवा; राजधानी उज्जयिनी, वर्तमान उज्जैन।
- गांधार– पाकिस्तान स्थित पश्चिमोत्तर क्षेत्र; राजधानी तक्षशिला।
- कंबोज – कदाचित आधुनिक अफ़ग़ानिस्तान; राजधानी राजापुर।
देखें महाभारत काल के भारत का नक्शा | Mahabharata-Map
Reference – https://www.loc.gov/resource/g7651e.ct000605/?r=-0.889,-0.124,2.778,1.328,0